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“थ्री इन वन” रणनीति

ट्रेडिंग इलेक्ट्रॉनिक कॉन्ट्रैक्ट एक दिलचस्प और लाभदायक गतिविधि है। वैसे भी अगले कुछ अवधियों के लिए आपको केवल कीमत की दिशा निर्धारित करनी है और उचित विकल्प खरीदना है।

हालांकि, अक्सर ऐसा होता है कि आप यह निर्धारित करते हैं कि कीमत कहाँ जाएगी, एक कॉन्ट्रैक्ट खरीदते हैं, और मूवमेंट इतना अल्पकालिक निकलता है कि समाप्ति तिथि से पहले, बाजार पलट जाता है और एक विशाल रिवर्स केंडल खींचने में कामयाब हो जाता है। यह अक्सर तब होता है जब आप वर्तमान गति के अन्त में या ट्रेंड रिवर्सल पर पहले से ही एक ट्रेड में प्रवेश करते हैं।

दूसरी ओर, बाजार में ऐसे ट्रेडर हैं जो कहा जाए तो अत्यन्त सटीकता के साथ अपना पक्ष रखते हैं। इंपल्स मूवमेंट के बिल्कुल शुरुआत में ही वे काफ़ी आसानी से अपना उचित मुनाफ़ा पा लेते हैं।

तो, उनका रहस्य क्या है? सबसे पहले एक सत्यापित और विश्वसनीय ट्रेडिंग सिस्टम में।

इस लेख में आप “थ्री इन वन” तकनीक के बारे में जानेंगे, जो कि केवल मौजूदा मूवमेंट की दिशा बताता है बल्कि इसकी क्षमता भी बताता है।

रणनीति का विवरण

यह ट्रेडिंग सिस्टम तीन इंडिकेटरों पर आधारित है: स्टोकैस्टिक, RSI और SMA (मूविंग एवरेज)। ये सभी उपकरण Pocket Option ब्रोकर से ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में पहले से इंस्टॉल हैं।

हमें यह समझने के लिए दो लोकप्रिय ऑसिलेटर्स की आवश्यकता होगी कि वर्तमान मूवमेंट की क्षमता क्या है और क्या यह अपने अंतिम चरण में है। ओवरबॉट और ओवरसोल्ड ज़ोन इसमें हमारी मदद करेंगे, स्टोकैस्टिक में क्रमशः 0-20 और 80-100 हैं, और RSI में 0-30 और 70-100 हैं। इसके अलावा, RSI में अभी भी 50 का स्तर है, जो मौजूदा मूवमेंट की ताकत को इंगित करता है।

रणनीति में मूविंग एवरेज सिग्नल इंडिकेटर के रूप में काम करेगा। इस मामले में, उनमें से दो होंगे, और यह निर्णय उनके इंटरसेक्शन की वजह से ली जायेगी।

कार्यक्षेत्र का कॉन्फिग्रेशन

थ्री-इन-वन रणनीति में, हमें मध्यम या उच्च अस्थिरता वाले एसेट की आवश्यकता होगी। ऐसे चार्ट पर जो ज्यादातर समय सपाट होते हैं, यह प्रणाली बेहद खराब तरीके से काम करती है। आदर्श रूप से, करेंसी पेयर या क्रिप्टोकरेंसी विधि के अनुसार ट्रेड के लिए उपयुक्त हैं।

समय अन्तराल 60 सेकंड से 15 मिनट तक चुना जा सकता है। यह आपकी ट्रेडिंग ट्रेंड पर निर्भर करता है कि आप कॉन्ट्रैक्ट खरीदने के बारे में कितनी बार निर्णय लेने को तैयार हैं।

चार्ट जापानी कैंडलेस्टिक्स या बार्स के प्रकार का है।

अब इंडिकेटरो के मापदंडों के बारे में:

  • हम 14 की अवधि के साथ डिफ़ॉल्ट रूप से RSI छोड़ देते हैं।
  • स्टोकैस्टिक के लिए हम 5; 5; 3 का मापदंड सेट कर सकते हैं।
  • पहला MA 10 के अन्तराल पर और दूसरा 5 के अन्तराल पर सेट किया जाता है।

मूविंग एवरेज को सुविधा के लिए विभिन्न रूपों में ढला जा सकता है।

“थ्री इन वन” रणनीति के अनुसार ट्रेडिंग

काफी बड़ी संख्या में इंडिकेटरों के बावजूद यह सिस्टम स्वयं अत्यंत सरल और तार्किक है।

CALL विकल्प तब खरीदा जाना चाहिए जब स्टोकैस्टिक ओवरसोल्ड से बाहर आ गया हो और ऊपर जा रहा हो, RSI ने 50 का स्तर पार कर लिया हो, लेकिन अभी तक 70 के अंक तक न पहुंचा हो, और MA5 ने ऊपरी दिशा में MA10 को पार कर लिया हो।

PUT विकल्प को तदनुसार तब खरीदने की जरूरत है जब स्टोकैस्टिक ओवरबॉट से बाहर आ गया हो और नीचे जा रहा हो, RSI 50 के स्तर से नीचे चला गया हो, लेकिन अभी तक 30वें तक नहीं पहुंचा हो, MA5 ने निचली दिशा में MA10 को पार कर लिया हो।

समाप्ति अवधि तीन बार्स के फॉर्मेशन के समय के बराबर निर्धारित है।

निर्णय लेने के दौरान, मूविंग्स के इंटरसेक्शन को प्राथमिकता दी जाती है। यह एक सिग्नल है। इसके घटना के होने के बाद मूवमेंट की क्षमता को सुनश्चित करने के लिए ऑसिलेटर्स का जांचा जाना ज़रूरी है।

आंकड़ों के आधार पर, यह रणनीति 90% से अधिक ट्रांजैक्शन में मुनाफ़ा कमाने में सक्षम है। लेकिन एक कॉन्ट्रैक्ट की सफल खरीद के लिए, उपरोक्त सभी शर्तों का पूरा होना ज़रूरी है।

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