बाइनरी ऑप्शंस ट्रेडिंग अपनी सादगी और अपेक्षाकृत जल्दी उच्च लाभ कमाने की क्षमता से कई व्यापारियों को आकर्षित करती है। हालांकि, प्रत्यक्ष रूप से दिखने वाली आसानी के बावजूद, डिजिटल कॉन्ट्रैक्ट्स के साथ सफलतापूर्वक काम करने के लिए एक स्पष्ट रणनीति और बाजा़र के उपकरणों की गहरी समझ की आवश्यकता होती है।
व्यापार के लिए सबसे लोकप्रिय तरीका, जिसने अपनी प्रभावशीलता व्यवहार में साबित की है, टेक्निकल इंडिकेटर्स का उपयोग है। इस लेख में हम “सीकर (Seeker)” नामक एक व्यापारिक रणनीति पर विचार करेंगे, जो आरएसआई (RSI) और इनवेलॉप्स (Envelopes) इंडिकेटर्स के संकेतों के संयोजन पर आधारित है। यह प्रणाली आपको एक व्यापार के प्रवेश बिंदुओं को लगभग करीब-करीब सटीक रूप से खोजने देती है, जो इसे अधिकांश व्यापारियों के लिए बहुत आकर्षक बनाता है।
रणनीति विवरण और टर्मिनल सेटअप
सीकर स्ट्रेटजी दो लोकप्रिय इंडिकेटर्स के संयोजन पर आधारित है: RSI और (Envelopes) इनवेलॉप्स, जो Pocket Option ब्रोकर के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर पहले से इंस्टॉल्ड है। इस तकनीक का सार आरएसआई (RSI) का उपयोग करके अतिरिक्त मांग या आपूर्ति के क्षणों की पहचान करना है, और इनवेलॉप्स (Envelopes) प्राइस मूवमेंट की सीमाओं को पहचानकर रिवर्सल प्वाइंट्स (reversal points) को खोजने में मदद करता है।
बाजार की स्थिति का विश्लेषण करने के लिए, सिस्टम के लेखक एक कैंडलस्टिक चार्ट को उपयोग करने का सुझाव देते हैं, जो कि सबसे अधिक जानकारी देता है। समय सीमा को एम 5 (5 मिनट) पर सेट करना चाहिए। इससे आपको ट्रेडिंग दिन के दौरान संकेत पर्याप्त संख्या में मिलेंगे और आप मार्केट “नॉइज़” से बच सकेंगे, जैसा टर्बो ऑप्शंस में होता है।
अधिक अस्थिरता रखने वाली करेंसी पेयर्स (उदाहरण के लिए, EUR/USD, GBP/USD) इस रणनीति के लिए एक एसेट के रूप में सबसे उपयुक्त हैं। ये उपकरण बार-बार प्राइसेज में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण ज़्यादा व्यापारिक अवसर प्रदान कराते हैं।
अब आपको सइंडिकेटर्स को कॉन्फ़िगर करना होगा:
- RSI (Relative Strength Index) (सापेक्ष शक्ति सूचकांक): हमने अवधि 14, स्तर 30 और 70 निर्धारित किया है। ये स्तर (“ओवरबॉट/ओवरसोल्ड” ज़ोन) को इंगित करते हैं। जब आरएसआई (RSI) 70 से ऊपर उठता है, तो यह एक संभावित डाउनवर्ड रिवर्सल का संकेत देता है। जब आरएसआई 30 से नीचे आता है, तब एक अपवर्ड रिवर्सल संभव होता है।
- इनवेलप्स (Envelopes): सेटिंग्स एसेट्स और बाजार की अस्थिरता पर निर्भर करती हैं। 14 की अवधि और 0.1% का डेविएशन आमतौर पर उपयोग किया जाता है। यह इंडिकेटर दो मूविंग एवरेजेस का निर्माण करता है – एवरेज-ऊपरी और निचली सीमाएं, जो समर्थन और प्रतिरोध स्तर का काम करती हैं।
सामान्यत, टर्मिनल सेटिंग्स पूरी की जा सकती हैं और आप हैं ट्रेडिंग प्रारंभ कर सकते हैं।
सीकर स्ट्रेटजी (Seeker Strategy) का उपयोग करके व्यापार कैसे करें
इस लेख में वर्णित तकनीक को यह नाम संयोग से नहीं मिला। 5 मिनट की समय सीमा पर व्यापार करते हुए, इंडिकेटर्स के संकेतों के आधार पर यह ट्रेडर पूरे सत्र में कॉन्ट्रैक्ट खरीदने के लिए ऑप्टिमल प्वाइंट्स की खोज करता है। यह गौरतलब है कि ऐसे संकेतों की संख्या काफ़ी हो सकती है।
वृद्धि विकल्प (CALL) खरीदने के लिए एक संकेत होता है:
- जब एसेट की कीमत एनवेलप्स इंडिकेटर की निचली रेखा और आरएसआई को छूती है, तब यह बढ़ी हुई आपूर्ति के क्षेत्र में स्थित है (30 के स्तर से नीचे), और यह एक संभावित अपवर्ड प्राइस रिवर्सल इंगित करता है।
- हम मूल्य वृद्धि की शुरुआत और आईएसआई (RSI) में 30 से ऊपर की वृद्धि के रूप में संकेत की पुष्टि की उम्मीद करते हैं।
डाउनग्रेड विकल्प (PUT) खरीदने का एक संकेत होता है:
- जब किसी एसेट की कीमत इनवेलेप्स की ऊपरी रेखा तक पहुंच जाती है, और आरएसआई (RSI) बढ़ी हुई मांग के क्षेत्र में होता है (70 के स्तर से ऊपर), तो यह डाउनवार्ड रिवर्सल की संभवना को इंगित करता है।
- हम संकेत की पुष्टि की प्रतीक्षा करते हैं, जब आरएसआई (RSI) 70 से नीचे गिरना शुरू हो जाता है और एसेट की कीमत गिरना शुरू हो जाती है।
अतिरिक्त सुझाव:
- मुख्य ट्रेंड के खिलाफ ट्रेड्स खोलना आवश्यक नहीं है। उदाहरण के लिए, अगर समग्र ट्रेंड ऊपर की ओर है, तो नकारात्मक संकेत कम प्रभावी हो सकते हैं।
- बाजार की खबरों को ध्यान में रखना जरूरी है। मजबूत आर्थिक रिपोर्ट ट्रेंड की दिशा को नाटकीय ढंग से बदल सकते हैं, जिससे लेनदेन के परिणाम पर असर पड़ सकता है।
- धन प्रबंधन का उपयोग करना चाहिए, प्रत्येक लेनदेन में डिपॉजिट के 2-5% से अधिक हिस्से को इन्वेस्ट करने से बचते हुए।
बाइनरी ऑप्शंस के लिए सीकर स्ट्रेटजी (Seeker Strategy), आरएसआई(RSI) और एनवेलप्स (Envelopes) इंडिकेटर्स के आधार पर, व्यापारियों को प्राइस रिवर्सल के क्षणों को सटीक रूप से पहचानने में मदद करता है ताकि वे प्रभावी रूप से लाभ कमाने के लिए उनका उपयोग करें। यह तकनीक उपयोग में आसान है और नए और अनुभवी व्यापारियों, दोनों के लिए उपयुक्त है।
अनुशासन, स्ट्रेटजी के नियमों का पालन और रिस्क मैनेजमेंट सफलता की कुंजी है। सही दृष्टिकोण के साथ, सीकर (Seeker) लगातार लाभदायक व्यापार के लिए एक विश्वसनीय उपकरण बन सकता है।